top of page

हरियाणवी गायक मासूम शर्मा का राजनीतिक रुख: बोले—किसी पार्टी से विरोध नहीं, राष्ट्रवाद उनकी प्राथमिकता, आगे का रास्ता परमात्मा तय करेंगे

  • Writer: Lucky Kumar
    Lucky Kumar
  • 2 days ago
  • 2 min read

ree

हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री के चर्चित गायक और कलाकार मासूम शर्मा इन दिनों अपनी संभावित राजनीतिक भागीदारी को लेकर सुर्खियों में हैं। हाल ही में मीडिया से बातचीत में जब उनसे किसी राजनीतिक दल को जॉइन करने के सवाल किए गए, तो उन्होंने साफ और संतुलित जवाब दिया। मासूम शर्मा ने कहा कि उनका न तो किसी राजनीतिक पार्टी से विरोध है और न ही किसी पार्टी के प्रति कोई परहेज। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आगे उनका रास्ता क्या होगा और किस दिशा में कदम बढ़ेंगे, यह पूरी तरह परमात्मा की इच्छा पर निर्भर है।


मासूम ने कहा कि फिलहाल उनकी कोई राजनीतिक पार्टी नहीं है और न ही वे किसी खास दल से जुड़े हुए हैं। उनका फोकस वर्तमान में देशभक्ति और राष्ट्रवाद की विचारधारा पर आधारित है। उनका कहना है कि राजनीति में आने या न आने का फैसला किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन उनकी प्राथमिकता हमेशा देश और समाज की सेवा रहेगी।


उनके इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों और उनके प्रशंसकों में हलचल मची हुई है। सोशल मीडिया पर लोग कयास लगाने लगे हैं कि क्या मासूम शर्मा आने वाले समय में राजनीति में भी कदम रख सकते हैं। खासकर हरियाणा में उनकी जबरदस्त फैन फॉलोइंग और युवाओं के बीच लोकप्रियता को देखते हुए माना जा रहा है कि अगर वे राजनीति में आते हैं, तो इसका असर राज्य के राजनीतिक समीकरणों पर भी पड़ सकता है।


मासूम शर्मा ने अपने संगीत करियर में कई ऐसे गीत दिए हैं जो समाज, संस्कृति और क्षेत्रीय गौरव से जुड़े हुए हैं। उनकी कला और गीतों ने हरियाणवी संस्कृति को नई पहचान दी है। ऐसे में उनके राष्ट्रवाद से जुड़े बयान से यह स्पष्ट होता है कि वे केवल संगीत और मनोरंजन तक सीमित नहीं रहना चाहते, बल्कि समाज और देश से जुड़े गंभीर मुद्दों पर भी विचार रखते हैं।


राजनीतिक जानकारों का मानना है कि मासूम शर्मा की लोकप्रियता और युवा वर्ग में उनकी पहचान उन्हें राजनीति में एक मजबूत चेहरे के रूप में प्रस्तुत करती है। यदि वे राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाते हैं या किसी राजनीतिक दल से जुड़ते हैं, तो यह हरियाणा की राजनीति में नए मोड़ और नई ऊर्जा ला सकता है। उनके आने की संभावना को लेकर राजनीतिक दल भी सतर्क हो गए हैं और उन्हें अपने दृष्टिकोण के अनुसार संभावित रणनीतियों पर विचार करना शुरू कर दिया है।


मासूम शर्मा ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता किसी पार्टी में शामिल होना नहीं है, बल्कि देशभक्ति, राष्ट्रवाद और समाज सेवा उनके जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा है। उनके बयान से यह संकेत मिलता है कि उनका राजनीतिक भविष्य अभी खुला हुआ है और वे किसी भी समय किसी नए निर्णय या रास्ते को अपना सकते हैं।


कुल मिलाकर, मासूम शर्मा का राजनीतिक रुख फिलहाल स्पष्ट नहीं है, लेकिन उनके शब्द और सोच यह दर्शाते हैं कि वे किसी भी राजनीतिक कदम को सोच-समझकर उठाएंगे। उनके बयान ने मीडिया, सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं को गति दी है। अब सबकी निगाहें उनके अगले कदम पर टिकी हुई हैं—क्या वे केवल संगीत और कला की दुनिया में सक्रिय रहेंगे, या राजनीति के मंच पर भी अपनी भूमिका निभाएंगे। उनके फैंस और प्रशंसक दोनों ही उनके इस फैसले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।


Comments


bottom of page