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फेक है वो तस्वीर: Vladimir Putin को विमान में श्रीमद्भगवद् गीता पढ़ते दिखाती वायरल फोटो — दावे की पड़ताल

  • Writer: Lucky Kumar
    Lucky Kumar
  • 1 day ago
  • 2 min read

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पिछले कुछ दिनों में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हुई, जिसमें ऐसा दिखाया गया है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन एक विमान की सीट पर बैठे हुए भगवद् गीता की रूसी अनुवादित प्रति पढ़ रहे हैं। साथ ही दावा किया गया कि यह गीता उन्हें भारतीय प्रधानमंत्री Narendra Modi ने हाल ही में उनके भारत दौरे (4-5 दिसंबर 2025) के दौरान उपहार में दी थी।

हालाँकि, इस तस्वीर का सच जानने के लिए जब Fact-Check हुई — तो यह स्पष्ट हुआ कि यह दावा भ्रामक (False) है।


✅ क्या है सच्चाई?


  • हाँ — वाकई, 4–5 दिसंबर 2025 को पुतिन का भारत दौरा हुआ था, और प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें भगवद् गीता की रूसी भाषा में प्रति भेंट की।

  • लेकिन — किसी विश्वसनीय न्यूज़ रिपोर्ट, सरकारी रिलीज़ या पुतिन/kremlin-मीडिया से ऐसी कोई तस्वीर सामने नहीं आई जिसमें वह विमान में गीता पढ़ते हुए दिख रहे हों।

  • कई तथ्य-जांच एजेंसियों ने वायरल तस्वीर की पड़ताल की और पुष्टि की कि वह तस्वीर असली नहीं बल्कि एआई-जनरेटेड (Deepfake / AI-tool created) है।

  • फोटो में प्रकाश, छायाएं (shadows), किताब की कवर टेक्स्ट और अन्य विवरण असामान्य/बेमेल पाए गए — जो आमतौर पर असली तस्वीरों में नहीं होते।

इसलिए दावा कि पुतिन “विमान में गीता पढ़ते हुए” पकड़े गए — गलत है। यह फोटो मायाजाल / फेक एआई इमेज है, जिसे असली दिखने के लिए फैलाया गया था।


⚠️ क्यों फैल रही ऐसी तस्वीरें?


  • हाल के पुतिन के भारत दौरे में, गीता भेंट की गई, इसलिए इस विषय पर भावनात्मक और धार्मिक आकर्षण मौजूद था।

  • कई लोग/ग्रुप्स सामाजिक मीडिया पर “इंटरेस्टिंग” या “पावरफुल” इमेज शेयर करके वायरल होना चाहते थे।

  • एआई और गहन-प्रशिक्षित इमेज जनरेशन टूल अब बेहद आसानी से (और असली जैसा दिखने वाला) कंटेंट बना लेते हैं — जिससे फर्जी तस्वीरें असली जैसी दिखने लगती हैं।


📰 प्रतिक्रिया / मीडिया रिपोर्ट


  • मुख्यधारा के fact-check पोर्टल्स — जैसे The Quint, NewsMeter, Amar Ujala और कई अन्य — ने इस तस्वीर को फर्जी करार दिया है।

  • इन रिपोर्ट्स में उल्लेख है कि AI-detect tools (जैसे Hive Moderation, Deepfake-O-Meter, SynthID) द्वारा यह तस्वीर “AI जनरेटेड” पाई गई।

  • साथ ही, किसी सरकारी स्रोत — भारतीय या रूसी — से भी इस तरह की “पुतिन पढ़ते हुए” कोई फोटो जारी नहीं की गई।


जहाँ यह सच है कि पुतिन को भारत दौरे के दौरान गीता भेंट की गई थी — वहीं वह वायरल तस्वीर जिसमें वे विमान में गीता पढ़ते हुए दिख रहे हैं, फर्जी है। इस तरह की तस्वीरें न सिर्फ गलत जानकारी फैलाती हैं, बल्कि सत्य-विश्वास और मीडिया भरोसे पर भी असर डालती हैं।

इसलिए, किसी भी वायरल तस्वीर को देखकर पहले स्रोत / प्रमाण / fact-check देखना ज़रूरी है — ख़ासकर जब बात पब्लिक फिगर, धर्म या राजनीति से जुड़ी हो।


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