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पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता विवादों में: प्रेस ब्रीफिंग के दौरान पत्रकार को आंख मारने का वीडियो वायरल, प्रोफेशनलिज्म पर उठे सवाल

  • Writer: Lucky Kumar
    Lucky Kumar
  • 1 day ago
  • 3 min read

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पाकिस्तान की सेना के मीडिया विभाग ISPR के महानिदेशक (DG ISPR) लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी एक बड़ी कंट्रोवर्सी में फंस गए हैं। उनकी ताज़ा प्रेस ब्रीफिंग का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक महिला पत्रकार की ओर देखते हुए आंख मारते हुए दिखाई देते हैं। यह हरकत न केवल लोगों को हैरान कर गई, बल्कि पाकिस्तान के भीतर और बाहर उनके प्रोफेशनल आचरण पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।


वायरल वीडियो ने मचाया बवाल


यह वीडियो एक आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान का बताया जा रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि जनरल अहमद शरीफ किसी सवाल के जवाब के दौरान हल्का-सा मुड़कर महिला पत्रकार की ओर देखते हैं और फिर आंख मारते हैं।इस क्लिप के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। ट्विटर (X), इंस्टाग्राम और फेसबुक पर हजारों यूज़र्स ने इसे “अनुचित”, “गैर-पेशेवर” और “शर्मनाक” बताते हुए पाकिस्तान की सेना की छवि पर सवाल उठाए हैं।


जनरल के व्यवहार पर उठे सवाल


एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी होने के नाते उनसे पेशेवर आचरण की उम्मीद की जाती है। लेकिन प्रेस ब्रीफिंग जैसी औपचारिक और गंभीर जगह पर इस तरह का व्यवहार कई लोगों को खटक गया।विशेषज्ञों और पत्रकार संगठनों का कहना है कि –

  • सेना के प्रवक्ता पर देश की छवि का भार होता है।

  • प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके हर शब्द और हावभाव की निगरानी होती है।

  • ऐसी हरकतें सेना की संस्थागत प्रतिष्ठा पर प्रश्न खड़े कर सकती हैं।

कुछ विश्लेषकों ने इसे Pakistan Army की “गंभीरता की कमी” के रूप में देखते हुए कहा कि यह घटनाक्रम सेना की मीडिया रणनीति और प्रोफेशनलिज्म पर भी असर डाल सकता है।


महिला पत्रकारों के संगठनों ने जताई नाराज़गी


वीडियो सामने आने के बाद पाकिस्तान की कई महिला पत्रकारों ने इस घटना की निंदा की है। उनका कहना है कि पब्लिक प्लेटफॉर्म पर एक वरिष्ठ अधिकारी का इस तरह व्यवहार करना न केवल अपमानजनक है, बल्कि पत्रकारिता के वातावरण को असुरक्षित भी बनाता है।

पाकिस्तान की Women In Media Alliance (WIMA) ने बयान जारी कर कहा:“पत्रकार किसी भी प्रेस ब्रीफिंग में पेशेवर माहौल की उम्मीद करते हैं। वरिष्ठ अधिकारियों का इस तरह का व्यवहार निंदनीय है और कार्रवाई की मांग करता है।”


पाकिस्तानी जनता में भी गुस्सा


वीडियो के वायरल होते ही पाकिस्तान में आम जनता भी सोशल मीडिया पर अपनी नाराज़गी जता रही है। कई यूज़र्स ने सवाल किया कि —

  • क्या सेना के इतने बड़े पद पर बैठे अधिकारी से यह उम्मीद की जाती है?

  • क्या प्रेस कॉन्फ्रेंस जैसी गंभीर जगह पर यह उचित है?

  • क्या यह पाकिस्तान की छवि को नुकसान नहीं पहुंचाता?

कुछ यूज़र्स ने इसे “बेहूदा मज़ाक” बताया, तो कुछ ने कहा कि “यह सेना की अनुशासनहीनता का संकेत है”।


ISPR की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं


सबसे बड़ी बात यह है कि अभी तक ISPR या पाकिस्तानी सेना की ओर से इस विवाद पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।कई विश्लेषक मानते हैं कि यदि मामला बढ़ा तो ISPR को कोई स्पष्टीकरण जारी करना पड़ सकता है, क्योंकि वीडियो अंतरराष्ट्रीय स्तर तक वायरल हो चुका है और पाकिस्तान की छवि पर असर डाल सकता है।


विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा


सोशल मीडिया पर यह मुद्दा लगातार ट्रेंड कर रहा है। पाकिस्तान के राजनीतिक विरोधी भी इस घटना पर सेना को घेर रहे हैं। कुछ लोग इस पूरे मामले को सेना के “डिसिप्लिन के बिगड़ने” का संकेत बता रहे हैं।


एक छोटी-सी हरकत ने पाकिस्तान के सबसे बड़े सैन्य संस्थान को असहज स्थिति में ला खड़ा किया है।देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में सेना या सरकार की तरफ से इस विवाद को शांत करने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।


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