डंकी रूट केस में ED की बड़ी कार्रवाई, पंजाब–हरियाणा–दिल्ली में 13 ठिकानों पर छापेमारी
- Lucky Kumar
- 10 hours ago
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प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अवैध प्रवास यानी डंकी रूट से जुड़े एक बड़े नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में एक साथ 13 रिहायशी और कारोबारी ठिकानों पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई ED की जालंधर जोन की टीम द्वारा अंजाम दी गई, जिसमें करोड़ों रुपये की नकदी और भारी मात्रा में कीमती धातुएं बरामद की गई हैं।
दिल्ली में ट्रैवल एजेंट के ठिकाने से करोड़ों की बरामदगी
ED की छापेमारी के दौरान दिल्ली में एक ट्रैवल एजेंट के ठिकाने से चौंकाने वाली बरामदगी सामने आई है। अधिकारियों के अनुसार, यहां से
4.62 करोड़ रुपये नकद,
लगभग 313 किलो चांदी,
और करीब 6 किलो सोने की बुलियन जब्त की गई है।
यह बरामदगी इस बात की ओर इशारा करती है कि डंकी रूट के जरिए लोगों को विदेश भेजने का यह नेटवर्क बेहद संगठित और बड़े पैमाने पर संचालित किया जा रहा था।
अमेरिका से 330 भारतीयों के डिपोर्ट होने के बाद शुरू हुई जांच
ED ने इस मामले की जांच उन एफआईआर के आधार पर शुरू की, जो फरवरी 2025 में दर्ज की गई थीं। दरअसल, फरवरी में अमेरिका ने मिलिट्री कार्गो प्लेन के जरिए करीब 330 भारतीय नागरिकों को डिपोर्ट किया था। जांच में सामने आया कि इन सभी लोगों को अवैध तरीके से डंकी रूट के जरिए अमेरिका भेजा गया था।
डिपोर्ट किए गए भारतीयों से पूछताछ और स्थानीय एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर यह स्पष्ट हुआ कि इसके पीछे ट्रैवल एजेंटों, बिचौलियों और हवाला नेटवर्क का एक बड़ा गिरोह सक्रिय था।
क्या है डंकी रूट?
डंकी रूट एक अवैध प्रवास का तरीका है, जिसमें लोगों को कई देशों के रास्ते गैरकानूनी ढंग से अमेरिका या यूरोप भेजा जाता है। इस प्रक्रिया में प्रवासियों से लाखों से करोड़ों रुपये वसूले जाते हैं और उन्हें जान जोखिम में डालकर सीमाएं पार करवाई जाती हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग एंगल की जांच
ED इस पूरे मामले को मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से जांच रही है। एजेंसी का मानना है कि अवैध तरीके से वसूले गए पैसों को
हवाला के जरिए इधर-उधर किया गया,
कीमती धातुओं में निवेश किया गया,
और शेल कंपनियों के माध्यम से छिपाया गया।
छापेमारी के दौरान कई डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज और बैंक रिकॉर्ड भी जब्त किए गए हैं,
जिनकी जांच जारी है।
कई लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी
ED सूत्रों के मुताबिक, इस केस में आने वाले दिनों में
नई गिरफ्तारियां,
और बड़े ट्रैवल नेटवर्क का खुलासा संभव है।जांच एजेंसी इस बात की भी पड़ताल कर रही है
कि क्या इस रैकेट के तार अंतरराष्ट्रीय गिरोहों से जुड़े हैं।
सरकार की सख्त चेतावनी
इस कार्रवाई के बाद सरकार और जांच एजेंसियों ने साफ संदेश दिया है कि अवैध तरीके से विदेश भेजने वाले एजेंटों और नेटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। साथ ही लोगों से अपील की गई है कि वे कानूनी और सुरक्षित माध्यमों से ही विदेश जाने की प्रक्रिया अपनाएं।



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